5 Essential Elements For Shodashi
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You will discover numerous benefits of chanting the Shodashi Mantra, from which A very powerful types are described beneath:
एकस्मिन्नणिमादिभिर्विलसितं भूमी-गृहे सिद्धिभिः
Her 3rd eye represents better notion, helping devotees see past physical appearances for the essence of actuality. As Tripura Sundari, she embodies love, compassion, and the Pleasure of existence, encouraging devotees to embrace lifestyle with open hearts and minds.
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
सा मे दारिद्र्यदोषं दमयतु करुणादृष्टिपातैरजस्रम् ॥६॥
ह्रींमन्त्राराध्यदेवीं श्रुतिशतशिखरैर्मृग्यमाणां मृगाक्षीम् ।
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
षट्पुण्डरीकनिलयां षडाननसुतामिमाम् ।
The legend of Goddess Tripura Sundari, also referred to as Lalita, is marked by her epic battles against forces of evil, epitomizing the eternal battle amongst very good and evil. Her tales are not merely stories of conquest but additionally have deep philosophical and mythological significance.
श्रीचक्रान्तर्निषण्णा गुहवरजननी दुष्टहन्त्री वरेण्या
श्रौतस्मार्तक्रियाणामविकलफलदा भालनेत्रस्य दाराः ।
Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra sharpens the thoughts, improves concentration, and improves psychological clarity. more info This benefit is valuable for college students, experts, and people pursuing mental or Artistic targets, as it fosters a disciplined and concentrated method of jobs.
भर्त्री स्वानुप्रवेशाद्वियदनिलमुखैः पञ्चभूतैः स्वसृष्टैः ।
Shodashi also indicates sixteen plus the belief is the fact in the age of sixteen the Bodily physique of a individual attains perfection. Deterioration sets in soon after sixteen several years.